प्यार का बुखार
फरवरी माह के आते ही जैसे पृथ्वी में स्पंदन होना प्रारम्भ हो जाता है एक हलचल एक उत्साह जैसे ह्नदय में गुनगुनाहट भर जाती है प्रकृति नृत्य करने लगती है गुलाबी गुलाबी सर्दी जैसे बोझ मुक्त श्शरीर हो। जिन पंछियों की आवाज सुनाई नही पड़ती थी क्योकि तीखी हवा ने खिड़की दरवाजे बंद कर दिये। वे भी उन्मुक्त हो गये तो पंछियों की चहचहाट भी सुनाई पड़ने लगी जैसे वे भी कह रहे हो वर्ष का सबसे प्यारा प्यारा दिन आने वाला है। प्यार करो प्रकृति भी प्यार से भीगना चाहती है ओस की बूंदे भी कहने लगती हैं मै धरती मैं समाना चाहती हूॅं फूल पूर्ण सौंदर्य के साथ खिल उठते हैं।
प्यार का दूसरा नाम सुन्दरता है जो प्यारा है वह सुदंर है। अपने दिल की धड़कन पूरे साल संजोये रहते हैं उसे हथेली पर लेकर निकलते हैं वेलेंटाइल डे पर 14 फरवरी को प्रेमिकाएंे भी इंतजार में पूरे साल टकटकी लगाये रहती है कि प्रेमी इजहार करेगा। दिल ही तो है न जाने कब किसका दिल आ जाये और न जाने किस पर खुद का दिल लग जाये।
लो फिर आ गई 14 फरवरी वो तो हर साल आयेगी ही। 365 दिन बाद फिर आयेगी। जो पिछले साल फंस गये वो तो फंस चुके उनके लिये तो बेकार हो गया और जो उससे पिछली बार फंसे वो तो अब लोरी गा रहे होेगे अब उनका चाँद और चाँदनी होगी मेरा चंदा है तू मेरा सूरज है तू । जो होशियार होगे वो अभी दो चार साल फूल खरीदेगंे पहले जमाना होता तो गाते फूल तुम्हे भेजा है खत मंे फूल नहीं मेरा दिल है“ अब तो एम एम एस पर एस एम एस भेजते जाओ दिल बनाओ तीर बनाओ दिलो को छेदते जाओं जितने तरकश में तीर हों । फोन से बदल कर भेजते जाओ कोई तो ंिबध ही जायेगा।
प्यार का बुखार चढ़ता दुनिया के कोने कोने मे है प्यार के दुश्मनों ने पहरे लगाये पर प्यार तो एक जुनून है इसने बड़े बड़े समुंदर पार करा दिये पहाड़ लंघवा दिये नदिया घड़ों के सहारे पार करवा दी तो कानून की किसे परवाह है छिपाकर ब्याह कर लिया और बंद कमरे के पीछे विवाह कराया संत वेलेंटाइन ने यह रोग ही महामारी की तरह और तेजी से फैलता है ,फैल गया 14 फरवरी का बुखार पूरी दुनिया में और इंग्लैंड में तो बाकायदा मार्च पास्ट निकलने लगा इंगलैंड में गुड मार्निग टू यू वैलेंटाइन गीत गाते बच्चे निकलते हैं। प्रेम के इजहार के भी तो तरीके है अलग अलग देश में अलग अलग ढंग। कहीं कही लड़की को लड़का पोशाक भेंट करता है। अगर लड़की भेंट रख लेती है तो समझ लेता है कि उसका प्रेम स्वीकर है।
प्रेमिका और प्रेमी का दिल धकधक करता रहता है पता नही प्रेम स्वीकार है या नहीं अनेक फूलों की एक एक पंखुरी तोड़ते जाते हैं। स्वीकार है नही है जो बचा खुशी या गम ,स्काटलैंड मंे 14 फरवरी को आँख ख्ुालते ही जो पहली सूरत दिखाई देती है वहीं प्रेमी होता है इसलिये दोपहर 12 बजे के बाद यह अला बला टल जाती है इसलिये दोपहर तक लड़कियॉं उस दिन बाहर नही निकलतीं। मुँह लपेटे पड़ी रहती हैं कहीं कोई टेड़ा मेड़ा न आ जाये सामने और उसे गाना पड़े मैं का कँरू राम मुझे बुढ्ढा मिल गया। हाय हाय बुढ्ढा मिल गया।
प्रेम को लेकर अनेक मान्यताऐं हैं यदि किसी लड़की के सिर के ऊपर से गौरेया निकल जाय उसका विवाह किसी जहाजी से होगा ,उस समय तो जनम जनम का साथ चाहिये‘ जनम जनम का साथ है निभाने को, सौ सौ बार मैने जनम लिया ’अब प्रेमी ने लिया प्रेमिका ने लिया कि नही यह कैसे पता लगे गाने को तो दोनों ही गाते जायेंगे ‘सौ बार जनम लेगें ऐ जाने वफा फिर भ्ी हम तुम न जुदा होगें...... ’हाँ प्रेमी प्रेमिका तब तो ठीक पति पत्नी बनते ही हाथ लेबा होते ही दो पहलवान हाथ मिलाने लगते हैं सच है इस दिल का लगाना नहीं दिल्लगी, नहीं दिल्लगी । जिगर चाहिये दिल लगाने के लिये हिम्मत कि पूरी ंिजंदगी पीछा नहीं छुटेगा । सोच समझकर दिल लगाओ हाँ आज की पीढ़ी के लिये नो टेंशन चट प्यार पट तकरार और झट तलाक न तुम हमें जानों ना हम तुम्हें जाने।
फिर सर्फिग शुरू चिड़िया उड़े तो शादी किसी धनवान से होगी। प्रेम होगा तो विवाह तो होगा ही नही ंतो लैला मंजनू शीरी फरहाद की कहानी होगी उससे कोई फायदा नहीं होगा। अब विवाह होगा तो वंश बढे़गा अब कितनी संतान होगी इसके लिये प्रेमियों का जोड़ा सेब को चाकू से काटें । सेब के आधे भाग में जितने बीज एक बार में दिखाई दे उतने बच्चे होगें। क्या करना है ब्लड टैस्ट या जन्मपत्री का अच्छा तरीका है ओर नही तो हथेली पर पीले फूलों की पंखुरिया रखकर जोर से फूंक मारो जितनी पंखुरी हथेली पर बचे उतनी संतान होगी। ध्यान रहे बिलकुल सुखा लेना तभी आजमाना गीले पंखुरी भारी नही उड़ी तो बाप रे बाप बीस पच्चीस बच गई तो।