Tuesday, 16 August 2016

pyar ke liye

किसी को टूट कर चाहने से कोई मोहब्बत  नहीं होती
उसे पाने की  ख्वाहिश रखने से  नहीं होती
मोहब्बत तो इस  दुनिया की वो अमीम चीज है
जो किसी को एक बार हो जाये तो फिर किसी और से नहीं होती


तरस जाओगे तुम एक दिन  वफ़ा के लिए
किसी से प्यार न  करना  खुदा  के लिए
लगेगी जब इश्क की अदालत
तो तुम ही चुने जाओगे सजा   के  लिए


मुस्कराना उनकी एक अदा  है
जो हमारे जीने की वजह है
वो कभी उस अदा  को न छोड़े
यही हमारे दिल की राजा है

पत्थर से प्यार किया नादाँ थे हम
गलती हुई क्योंकि इंसान थे हम
जिन्हें  मैं तकलीफ होती है
कभी उस शख्स  की जान 

No comments:

Post a Comment