Sunday 17 October 2021

surya

 ऽ सूर्य का प्रतिबिंब गढ्ढे तलाब मिट्टी सोने के पात्र में एक सा पड़ता है अब उसके प्रकाश से कौन क्या प्राप्त करता है यह पात्र पर निर्भर है ।

   सूर्य का ताप सिर पर चढ़ता है तो जलाने लगता है। धैर्य पूर्वक सहन कर लोगे तो देखोगे वह पैरौं तले आ    गया है। 

 सूर्य सबका दीपक है राजा हो या रंक।

सूर्य आता है न जाता है , उसके प्रकाश को ग्रहण करने के लिये हमें चलना पड़ता है ।

कहते है सूर्य निकल आया। सूर्य उगने लगा पर सूर्य तो कहीं आता जाता नहीें यह तो पृथ्वी है जो सूर्य से ऊर्जा लेने के लिये चक्कर लगाती है ।

नन्हे से दीपक ने गहन अंधेरे को निगल लिया। अपनी हिम्मत से कितनी बड़ी मुसीबत से बच गया


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