Monday 9 October 2023

ukti sutra

 एक दिया उस ताखे एक दिया उस चैखट 

एक दिया उस बरगद तले जलाना


2फूल सजाये दामन में पर जख्मों की पहचान नहीं

 जो न किसी का दुःख बांटे वो पत्थर है इंसान नहीं 


3 सपनों की बगिया महकाओ आषाओं के कमल खिलाओ 

 द्वार सजा हैे   किरणों का रथ लेकर आओ 

 लम्हा लम्हा यूंही वक्त गुजर जायेगा


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