Tuesday, 13 September 2016

पुस्तक आत्मा हैं

पुस्तकें आत्मा को विचारों का खाना क्खिलाता है  चिंतन के चश्मे का पानी पिला कर उनकी प्यास बुझाता है ---- डा  जाकिर हुसैन

किताबों से भरी अलमारियां तुम्हारे बगीचे हैं सैरगाह है वहां लगे फूल तोड़ो वहां लगे गुलाब चुनलों वहन से पराग और लोबान बटोरो ----- जुदा एलेन तिब्बन (यहूदी विद्वान् )

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