Friday, 24 June 2016

ukti

आसमा छूना हो तो बेखौफ उड़ना सीख लो
हर परिंदे को यहाँ जाबांज होना चाहिए


फूल सजाए दामन मैं वह जख्मो की पहचान  नहीं
जो न किसी का  दुःख वांटे वह पत्थर है इंसान नहीं 

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