कहते हैं वो ज्यादा करते हो कुछ कम किया करो
कोई तो बताये मोहब्बत नापने के पैमाने कहाँ मिलते हैं
बचपन मैं जहाँ चाहा हंस लेते थे जहाँ चाहा वहां रो लेते थे
पर अब मुस्कान को तमीज चाहिए और आंसू को तन्हाई
दुनिया का सबसर कठिन शब्द है वाह ! जब आप किसी के लिए एसा बोलते हैं
तब आप न सिर्फ आप अपने अहंकार को तोड़ते हैं बल्कि एक दिल भी जीत लेते हैं
रिश्ता दिलों से होना चाहिए शब्दों से नहीं
नाराजगी शब्दों से होनी चाहिए दिल से नहीं
सड़क कितनी भी साफ़ धुल तो हो ही जाती है
इंसान कितना भी अच्छा हो भूल हो ही जाती है
कोई तो बताये मोहब्बत नापने के पैमाने कहाँ मिलते हैं
बचपन मैं जहाँ चाहा हंस लेते थे जहाँ चाहा वहां रो लेते थे
पर अब मुस्कान को तमीज चाहिए और आंसू को तन्हाई
दुनिया का सबसर कठिन शब्द है वाह ! जब आप किसी के लिए एसा बोलते हैं
तब आप न सिर्फ आप अपने अहंकार को तोड़ते हैं बल्कि एक दिल भी जीत लेते हैं
रिश्ता दिलों से होना चाहिए शब्दों से नहीं
नाराजगी शब्दों से होनी चाहिए दिल से नहीं
सड़क कितनी भी साफ़ धुल तो हो ही जाती है
इंसान कितना भी अच्छा हो भूल हो ही जाती है
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